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Elvish Yadav का फोन खोलेगा स्नेक वेनाम केस से जुड़े सारे राज, Youtuber का पूरा सोशल मीडिया खंगालने में लगी पुलिस 

 
Elvish Yadav का फोन खोलेगा स्नेक वेनाम केस से जुड़े सारे राज, Youtuber का पूरा सोशल मीडिया खंगालने में लगी पुलिस 

सूत्रों के मुताबिक एल्विश यादव का फोन सांप के जहर वाली रेव पार्टी का राज खोलेगा। एल्विश यादव के फोन की जांच की जाएगी और आगे की कार्रवाई इसी पर निर्भर करेगी। नोएडा पुलिस एल्विश यादव के सोशल मीडिया अकाउंट और उस पर की गई चैट को डीकोड करने में जुटी है। नोएडा पुलिस एल्विश यादव के व्हाट्सएप से कई पार्टी ग्रुपों की जांच में जुटी है। बताया जा रहा है कि इन ग्रुप्स में देर रात की पार्टियों को लेकर चैट होने की संभावना है। पुलिस पूरी तरह से चैट की डिटेल खंगालने में जुटी हुई है. मामले की जांच में फॉरेंसिक टीम की भी मदद ली जा रही है।

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अभी और भी कई गिरफ्तारियां हो सकती हैं
नोएडा पुलिस ने व्हाट्सएप ग्रुप को स्कैन करते हुए एक लिस्ट तैयार की है. इस लिस्ट में उन लोगों के नाम हैं जो रोव पार्टी को लेकर एल्विश यादव से संपर्क करते थे. इस लिस्ट में जिन लोगों के नाम हैं उन्हें जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है. कहा जा रहा है कि एल्विश यादव मामले में जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं. अभी तक इस मामले में फाजिलपुरिया के अलावा सीधे तौर पर किसी सेलिब्रिटी का नाम सामने नहीं आया है। मामले में फाजिलपुरिया की भूमिका को भी जांच के दायरे में रखा गया है। इस मामले में आज दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से एक का नाम ईश्वर है। वह एक बैंक्वेट हॉल का मालिक है. ईश्वर पहले से गिरफ्तार आरोपी राहुल के संपर्क में था। बता दें, इस मामले में अब तक सात गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।

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जानिए पूरा मामला

एल्विश यादव पर नोएडा पुलिस ने 29 एनडीपीएस एक्ट लगाया है. 29 एनडीपीएस एक्ट तब लगाया जाता है जब कोई व्यक्ति नशीली दवाओं से संबंधित साजिश जैसे नशीली दवाओं की खरीद-फरोख्त में शामिल होता है। इस कानून के तहत दर्ज आरोपियों को आसानी से जमानत नहीं मिलती है। पिछले साल पीपुल्स फॉर एनिमल्स (पीएफए) संस्था की शिकायत के आधार पर नोएडा पुलिस ने सेक्टर 51 स्थित एक बैंक्वेट हॉल पर छापा मारकर पांच लोगों को गिरफ्तार किया था।

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पीएफए का दावा
पीएफए ने अपनी एफआईआर में एल्विश यादव का भी नाम लिया था और उन पर रेव पार्टियां आयोजित करने का आरोप लगाया था। दावा किया गया कि उन्होंने विदेशियों को आमंत्रित किया और जहरीले सांपों की व्यवस्था की। बता दें कि छापेमारी के दौरान नौ जहरीले सांप बरामद किये गये थे। पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत सांप की विष ग्रंथियां निकालना दंडनीय अपराध है और दोषी को सात साल की जेल हो सकती है। एल्विश हाल ही में गुरुग्राम में सागर ठाकुर (मैक्सटर्न) नाम के यूट्यूबर की पिटाई को लेकर भी चर्चा में थे। बता दें, कोर्ट ने एल्विश को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. जेल प्रशासन की ओर से खबर आयी थी कि एल्विश यादव की जेल में पहली रात बेचैनी और निराशा में बीती। कल उन्हें क्वारनटीन सेल से हाई सिक्योरिटी सेल में शिफ्ट कर दिया गया।

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